शीशे पर मार के पत्थर, तूने तो तोड़ दिया मेहरबान बस किसी के दिल पर न मार देना, जी नहीं पायेगा वो !!
बड़ा बेदर्द है तू, नहीं समझ सकता हालात मेरे मैने ठोकरे खा खा कर , अभी संभालना सीखा है !! न आये कभी जीवन में वो हालत ,जिस को मैने झेला है सीख कुछ सीख इस जीवन से, जिस में दोस्त तुझे जीना है !!
कोशिश तो बहुत की थी मैंने, कि मैं तुझ को भूल जाऊं पर जो गम तूने दिया है, न जाने क्यूं बहुत सताता है मुझे !!
चुनरिया को साफ़ कर ले, नहीं मिलेगा मौका दोबारा अपनी आत्मा का खुद ही हिसाब कर ले.हो सके तो दोबारा !!
पल पल की खबर का वो कायनात का मालिक है , मेरा रब अपनी अनसुलझी दास्ताँ का तून खुद ही हिसाब कर दोबारा !!
यह बचपन का गुजर जाना उसका फिर लौट के न आना जवानी के शबाब का आ जाना अच्छा तो लगता है, पर शरारत के वो दिन नहीं आयेंगे ,यह सोच कर मन भर आता है !!
Thursday 13 March 2014
हम को उन की चिंता नहीं, चिंता करते हैं वो हमारी हमारी तो नाव पार लगायेंगे, बस वो सुदर्शन चक्रधारी !!!!
राधे राधे राधे राधे
अजीत तलवार मेरठ
अपने हाथो से बनाऊ तेरे लिए गुजिया कब आओगे गिरधर गोपाल स्वाद लेने वो धन्य हो जाएगी कुटिया गरीब की जहाँ पर पड़ेंगे , श्याम चरण तोरे !!
हमेशा याद रखो,,तभी जीवन सुखी रहेगा पानी के बुलबुले को भूल जाओ, बस मौत को याद्र रखो,,तभी सुखी रहोगे आत्मा--स्त्री ..और परमात्मा उस का मालिक यह हमेशा याद्र रखो....कभी निराश नहीं रहोगे
क्या रखा है , तेरे इस चेहरे में न जाने कितने आये और चले गए खूब मस्ता रहा है इस मिटटी के पुतले पर पल भर में भस्म है, छोड़ क्यूं नाज करता है !!
गरूर करता है........किस पर किस बात पर है तुझ को नाज बहुत दिनों से समझा रहा हूँ बस अब तो आजा...... बाज
मुझे आजमाने की कोशिश न करना , ओ दुनिया वालो पल का पता नहीं, फिर कहोगे, धोखा दे कर चला गया !!
यह माना कि आपके काबिल नहीं हैं हम यह माना कि आपके काबिल नहीं हैं हम
यह जाकर पूछो उनसे, जिनको हांसिल नहीं हैं हम ?? यह जाकर पूछो उनसे, जिनको हांसिल नहीं हैं हम ??
अजीत तलवार मेरठ
अब तो बेमौसम के फल भी आ गए शाख से वो पत्ते भी दोस्तों गुल हो गए एक समय था जब मौसम से भी मुलकात होती थी अब तो देश में मौसम भी ,,...बेमौसम से हो गए !!
न तुझे मेरी कोई चिंता रही न ही वो कोई प्यार रह गया एक अच्छे दोस्त को छोड़ कर न जाने, क्यूं तू बेवफ्फा हो गया !!
हर रात के बाद सुबह आती है, और धूप के बाद छाँव आती है सब कुछ आता है मगर, मौत के बाद "जिन्दगी" नहीं आती है !!
निकल जायेगा जनाजा जब मेरी जिन्दगी का न बाकी रह जायेगा कुछ सिलसिला मेरी जिन्दगी का बस यादो का समुंदर बह कर आ जायेगा सब के सामने जब एक छोटी से माचिस की तिल्ली, लग जाएगी चिता में !!
सफ़र जिन्दगी का जब कटता नहीं है और तन्हाई भी डसने को दौड़ती है बड़ा सकून दे जाता है झील का वो किनारा जहाँ पर लहरें चेहरे पर फुहार दे देती हैं !!
ए चाँद अपनी आगोश में रख ले मुझ को न जाने क्यूं तेरी चांदनी मन को भाती है मैं सोच में डूबा रहता हूँ, न जाने कब यह रात तुझे साथ लेकर गुजर जाती है !!
प्यार का सिल्सिल्ला चला ऐसा की सफ़र और रास्ता न जाने कब कट गया आपको पाकर यूं लगा मुझ को की अभी तो इक छोटा सा पल खत्म हो गया !!
दूरियन मिट जाती है, शिकायत हट जाती है दिलो दिमाग से हर खुराफात हट जाती है जब दोस्ती पाक साफ़ हो तो , मैं समझता हूँ आंधी, तूफ़ान, भी रूख मोड़ चली जाती है !!
पंछी इक डाल पर रह कर गुजर बसर कर लेता है शायद जीवन भर उस को उस डाल पर ही तो रहना है ऐ इंसान कुछ तो सीख उस बेजुबान परिंदे से जीवन किस तरह से, विलासिता को छोड जीया जाता है !!
इक कशिश थी मेरे खवाबों में की तुझ को पाना जरूर है वो सुबह का उठ जाना साथ ख्वाब लेकर चला गया ??
Wednesday 5 March 2014
wo jaldi se aayee hamari panah mein hum so gaye, unki bas intejaar mein wo soch rahe they ki baat jaroor karenge par wo samjh sake na hum nahin the hosh mein !!
a k talwar
fursat mil jaye to dekh lena hamari taraf hum to hawa ke jhoke ko kuch aur samjh lete hein wo aata hi aisa hai, ki lagta hai aap aa gaye par wo hum ko choo kar na jaane kidhar jata hai !!
a k talwar
Sunday 2 March 2014
subah subah lo SHIV ka naam SHIV aayengey, sab ke kaam kyonki yeh naam bada hai Mulyewaan tabhi to leta hai har Insaan,,
Jai Shiv
a k talwar
Tujh ko Khushi mile itni ki tera daaman bhi chotta pad jaye us mein se kuch bach jaye to, mein uske liye 'Dua"karta hoon !!
a k talwar
tere paas fursat nahin mere paas bahut jyada hai toone kia tha wada milne ka bas yahi lekar
baitha
mein
wo apna wada hai !
a k talwar
gussa kis bat ka, narajgi ki baat ki apne ko adat hai, yar nahin karte kabhi bhi kisi bat ki narajgi apne "Dildaar"ki,,,Kyon ????
a k talwar
foolon ko rote dekha hai kabhi nahin na, kabhi bhi nahin rote hein, aapne dekha nahin hoga jab usko daali se alag karte hein, TODNE Wale ???
a k talwar
haath men Kanta na Lag jaye dartey ho fool ko Todne se us fool ko dekh mere dost jo Jivan Sang bita deta hai,Pyar mein ???
a k talwar
Samjhdaari us ko kehte hein, ki aap ek Ped lagao, na ki Kulhadi Utha kar Khade Ped ki Gardan Udao ???
a k talwar
Kitna aasaan hai, Chalte ko Taang Ada dena Shanti Chitvan mein Doobey ko Bhaga dena Kabhi Meditation kar ke dekho my Dear Tum bhi aa ja ge, Hameshan us ke Near ???
a k talwar
Kasam se Tum Bahut achhey ho, Sach Bahut achhey Bas Tumhari Nadanion ko dekh mujhey dar lagta hai Kahin koi Behka kar na le Jaye, Is Bagiaa se tumko Isi liye to Har Pal, Tum peh Hum Najar Rakhtey hein ???
a k talwar
Waffa ki baat na kar mujh se, Maine Bewafaee mein Thokar Khaee hai Kiya tha bahut prem us nadaan se mainey Par us ne Sada di mujh ko Ruswaee hai ???
a k talwar
Wakt to Gujar hi Jayega Is Wakt ka toon Intejaar na kar dil se karaar kar bas yaar toon mujh se Karrar Kar ???
a k talwar
Kal dekha tha ik masoom jis ko chod gaya use paida karne wala dil mein itna dard huaa, saari raat are, Bewakoo, Kyoon paida kiaa jab nahin tha tere ander us masoom ke parti ,kuch toon o kaisa Dilwala ???
a k talwar
यादों को हर कोई नहीं रख सकता संभाल के यह भी दिल पर वार कर देती हैं उनके जाने के बाद !!
अजीत तलवार मेरठ 09310334135
गम मिटने को लोग सहारा ले लेते हैं शराब का अरे बेवडो, इतना तो ध्यान रखो, नशा जब उतरेगा तो याद आ ही जाएगी...उनकी
अजीत तलवार मेरठ ०९३१०३३४१३५
एक दोस्त की खातिर,,,चन्द शब्द...
बारिश का मौसम क्या आ गया में इन्तेजार में यहाँ आ गया दिल तो वहां पहुँच गया उनके पास बीच में यह समुंदर कहाँ से आ गया !!
मन की गहरईओं से मिलने की आस संजो के चला था उन के लिए धक् धक् दिल को मेरे यह जालिम बारिश का मौसम सारा खा गया !!
अजीत तलवार मेरठ 09310334135
ना जाने लोग अपने प्रोफाइल पर से अपनी फोटो को हटा कर किसी और की लगा लेते हैं पता नहीं क्या आनन्द आता है, जब अपनी जगह पर जल्दी से दूसरों को बिठा देते हैं !!
अजीत तलवार मेरठ 09310334135
waise to kami nahin thi apne paas dosto ki bahut bharmaar hai par na jaane kuch aise aaye, mere saath, ki jald hi daman chudda gaye !!
a k talwar
unhone hum ko aajmaya ki hamari maan lo hum ne bahut samjhaya ki aap hamari maan lo isi kashmkash mein naa jaane kab door toot gayee par wo na samjhey, na hum samjhey , wo rooth gaye !!
a k talwar
wo jaldi se aayee hamari panah mein hum so gaye, unki bas intejaar mein wo soch rahe they ki baat jaroor karenge par wo samjh sake na hum nahin the hosh mein !!
a k talwar
fursat mil jaye to dekh lena hamari taraf hum to hawa ke jhoke ko kuch aur samjh lete hein wo aata hi aisa hai, ki lagta hai aap aa gaye par wo hum ko choo kar na jaane kidhar jata hai !!