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इंसान हैं, कोई भगवान् तो हैं नहीं
जो अंतर्मन से कुछ समझ पायें
न जाने क्या शिकवा हुआ है
की हर पल तेरी ही याद आये !!
अजीत तलवार
मेरठ
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मैने याद से कहा कि न आया करो सामने मेरे
सही नहीं जाती है जुदाई न आया करो सामने मेरे
अपना हाल अब खुद ही नहीं संभाल पाता हूँ
तुझे सामने देख कर बह जाती हैं हैं आँखें मेरी !!!!
अजीत तलवार
मेरठ
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अंदाज उनका देख कर लगता नहीं की वो हम से मोहोब्बत नहीं करते
करते तो जरूर हैं, मगर अब फिर से वो लगता है इज़हार नहीं करते !!
अजीत तलवार
मेरठ
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दुनिया में किसी की चाहत क्या कर जाये नहीं मालूम
हम को तो बस ये पता है, वो चाहते हैं हमको कुछ इस तरह
जैसे दूध में पानी का समावेश हो जाता है , तो क्या जाने
वो किस अंदाज में चाहते हैं हम को , यह नहीं मालूम !!
अजीत तलवार
मेरठ
हम को तो बस ये पता है, वो चाहते हैं हमको कुछ इस तरह
जैसे दूध में पानी का समावेश हो जाता है , तो क्या जाने
वो किस अंदाज में चाहते हैं हम को , यह नहीं मालूम !!
अजीत तलवार
मेरठ
इंसान हैं, कोई भगवान् तो हैं नहीं
जो अंतर्मन से कुछ समझ पायें
न जाने क्या शिकवा हुआ है
की हर पल तेरी ही याद आये !!
अजीत तलवार
मेरठ
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मैने नहीं की शिकायत कभी कि तुम मुझ से दूर हो
पर वो दिल की धड़कन रोजाना तुझे याद किया करती है !!
अजीत तलवार
मेरठ
पर वो दिल की धड़कन रोजाना तुझे याद किया करती है !!
अजीत तलवार
मेरठ
मैने याद से कहा कि न आया करो सामने मेरे
सही नहीं जाती है जुदाई न आया करो सामने मेरे
अपना हाल अब खुद ही नहीं संभाल पाता हूँ
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अजीत तलवार
मेरठ
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अजीत तलवार
मेरठ
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प्यार ने बहुत तडपाया और रुलाया इन आँखों ने
कभी हम ने इनको देखा तो कभी अपने हाल को देखा
क्यूं सितम देते हैं दुनिया में लोग किसी को न मालूम
जब निभाना नहीं था, तो क्यूं मझधार में छोड़ा !!!!!
अजीत तलवार
मेरठ
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प्यार ने बहुत तडपाया और रुलाया इन आँखों ने
कभी हम ने इनको देखा तो कभी अपने हाल को देखा
क्यूं सितम देते हैं दुनिया में लोग किसी को न मालूम
जब निभाना नहीं था, तो क्यूं मझधार में छोड़ा !!!!!
अजीत तलवार
मेरठ
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